बालोद, 05अगस्त। भारत सरकार द्वारा देश में बैंकिंग सेवाओं को आसान व सुविधाजनक बनाने डिजिटल बैंकिंग की शुरुआत की जा रही हैं। इसके तहत छत्तीसगढ़ के बालोद में भी जिले की पहली डिजिटल बैंकिंग यूनिट (DBU) खुलने जा रही है। जिसका वर्चुअल शुभारंभ स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। देश के 75 जिलों का चयन डिजिटल बैंकिग यूनिट के लिए किया गया है। डिजिटल होती जिंदगी में अब बैंकों में डिजिटल सेवाओं का लाभ लोगों को दिलाने केंद्र सरकार द्वारा देशभर में डिजिटल बैंकिंग यूनिट की शुरुआत की जा रही है। जिससे लोगों को बैंकों से जुड़े सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।
डीबीयू से मिलेगा बैंकिंग सेवाओं का लाभ
भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अनुसार डीबीयू का संचालन से लोगों को बैंकिंग से जुड़े कार्यों में फायदे होंगे। इसके माध्यम से लोग बैंकिंग के सेवाओं का लाभ डिजिटल रूप में ले सकेंगे। यह डिजिटल बैंकिंग यूनिट जिले में संचालित हो रहे एसबीआई व अन्य बैंक के ब्रांचों से अलग होंगी। यह बैंक फिजिकल होंगे यानी इन यूनिट में जाने के बाद बैंकिंग सेवाएं पूरी तरह डिजिटल होंगी। पेपरलेस यानी ऑनलाइन वर्किंग होंगे। इसके माध्यम से सभी चीजें आप नेट बैंकिंग पर कर सकते हैं। यहां पेपर पर कोई काम नहीं होगा।
फिलहाल देश के 75 जिलों में खुलेंगे डीबीयू बैंक
पहले चरण में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में देश के 75 जिलों में डीबीयू बैंको की शुरुआत की जा रही है। जिसमें बालोद जिले को भी शामिल किया गया है। एसबीआई बैंक प्रबंधन को डीबीयू के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने और स्टाफ को प्रशिक्षित करने के लिए कहा गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश में इस साल 75 डिजिटल बैंक का सेटअप तैयार करने की योजना को लेकर जिक्र किया था। जिसके तहत कांकेर रीजन के बालोद में डीबीयू खोला जा रहा है।
अनुभव वाले बैंकों मिला डीबीयू
खास बात यह है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पहले से डिजिटल बैंकिंग का अनुभव रखने वाले बैंको को ही डिजिटल बैंकिंग यूनिट संचालन की अनुमति दी गई है। बालोद में एसबीआई के निगरानी में बैंक का संचालन किया जाएगा। डीबीयू में हर काम ऑनलाइन ही होंगे। जिला मुख्यालय में यह नई सुविधा शुरू करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए यहां मशीन भी पहुंची है। जिसके जरिए ग्राहक लेन-देन कर रकते हैं।