Retirement planning Tips: हम में से ज्यादातर भविष्य के लिए निवेश करते हैं, खासकर बुढ़ापे के लिए. ताकि ढलती उम्र में किसी पर मोहताज ना रहें. क्योंकि उम्र का यह पढ़ाव ऐसा होता जहां आमदनी के साधन लगभग खत्म हो जाते हैं, शरीर की शक्ति लगातार कम होती जाती है. दूसरों पर निर्भरता बढ़ती जाती है और बीमारी आदि पर अधिक पैसा खर्च होने लगता है.
वृद्धावस्था में इन तमाम दिक्कतों को देखते हुए आदमी अलग-अलग तरह की योजनाओं में निवेश (investment) करता है. रिटायरमेंट प्लान (retirement plan) तैयार करता है. सरकारी कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट के लिए पेंशन एक मजबूत सहारा होता है. महामारी से सबक लेकर हमें अपने घर के बजट की प्लानिंग नए सिरे से तैयार करनी होगी. इसके अलावा जिस तरीके से महंगाई बढ़ रही है, उस हिसाब से केवल पेंशन के सहारे बुढ़ापा नहीं काटा जा सकता. इसके लिए अन्य योजनाओं में भी निवेश की जरूरत होती है.
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट ममता गोदियाल (Mamta Godiyal) रिटायरमेंट के लिए कुछ ऐसे इन्वेस्टमेंट टिप्स बता रही हैं, जिन्हें अपनाकर जीवन के अंतिम पड़ाव को बड़ी आसानी पूरा किया जा सकता है. ममता का कहना है कि कोरोना महामारी ने हमें बचत के महत्व को बता दिया है.
ममता कहती हैं कि कई बार निवेश के बाद भी जरूरत के हिसाब से रिटायरमेंट फंड (retirement fund) नहीं तैयार हो पाता है. अगर आप स्मार्ट कैल्कुलेशन और सही वक्त पर निवेश करते रहेंगे निश्चित ही आप साठ के बाद भी ठाट से रह सकते हैं. जानें क्या हैं ममता गोदियाल के इन्वेस्टमेंट टिप्स-
जल्दी शुरू करें निवश (Investment Planning)
किसी भी व्यक्ति को अपनी कमाई शुरू करने के साथ ही रिटायरमेंट की प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए. अगर आप शुरू से ही इस मद के लिए निवेश करते हुए चलेंगे तो ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज के आधार पर आपके निवेश से एक अच्छी-खासी रकम तैयार हो सकती है. इसलिए शुरू से ही बुढ़ापे के लिए बचत करके चलें और इस बचत को अलग-अलग योजनाओं में निवेश करते चलें.
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वित्तीय स्थिति को समझें
आमतौर पर हम में से अधिकांश यह नहीं जानते हैं कि हम कितना खर्च करते हैं और कितनी बचत करते हैं. इसके लिए जरूरी है कि 3 महीने के खर्चे का गहराई से अध्ययन किया जाए. इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आप अपने खर्चों में कटौती कर सकते हैं और अपनी बचत बढ़ा सकते हैं. अच्छा होगा कि सैलरी मिलते ही पहले बचत करें फिर बची हुई रकम से खर्चों की पूर्ति करें. फालतू के खर्चों पर लगाम लगा कर रखें. क्योंकि किसी भी स्थिति में बचत ही आपके काम आती है.
आय को जानें (Know your Income)
आमतौर पर, हम सोचते हैं कि वेतन के रूप में हमारे खाते में जो राशि जमा की जाती है, वह हमारी आय है. लेकिन ऐसा नहीं है. हमारे वेतन में कई अन्य घटक हैं जो हमारी आय बढ़ाने में हमारी मदद कर सकते हैं. इसके अलावा, यदि आप कोई ब्याज आदि अर्जित कर रहे हैं तो वह आपकी बचत को बढ़ाने में आपकी मदद करेगा.
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टारगेट साफ होना चाहिए
हम यह तो सोच लेते हैं कि हमें कुछ समय बाद किसी खास काम के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत होगी. लेकिन कितने पैसों की जरूरत होगी और उसके लिए कितनी बचत की जाए, यह हिसाब नहीं लगाते हैं. अगर इस बारे में आपका गणित ठीक नहीं है तो किसी एक्सपर्ट की मदद ले सकते हैं. रिटायरमेंट के बाद आपके क्या-क्या खर्चे होंगे. आमदनी क्या होगी और खर्चों को पूरा कैसे किया जाएगा, इसका पूरा विवरण तैयार करके निवेश करना शुरू करें. लक्ष्यों की स्पष्ट समझ आपको एक उचित रणनीति और कार्य योजना बनाने में मदद करेगी.
जीवनसाथी का भी रखें ध्यान
रिटायरमेंट प्लान बनाते समय बहुत से लोग केवल खुद के बारे में सोचते हैं. जबकि हमें अपने जीवन साथी के साथ रिटायरमेंट प्लान बनाकर चलाना चाहिए. साथ ही यह भी प्लानिंग होनी चाहिए कि अगर किसी एक की मृत्यु पहले हो जाती है तो पीछे छूटे साथी का जीवन यापन बिना किसी रुकावट के चलता रहे.
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Tags: Pension fund, Personal finance, Retirement savings
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